जितिया परविया कईली निर्जल उपसल jitiya geet lyrics in hindi जितिया परविया कईली निर्जल उपसल,मोर मईया हे। आ जइहें हमरो अंगनवा, जितिया माई हे। आ जइहें हमरो अंगनवा, जितिया माई हे। मडुआ के रोटी बनावली नेनुआ के सगिया, जितिया माई हे। हमरे घर पायिह भोजनवा, जितिया माई हे। हमरे घर पायिह भोजनवा, जितिया माई हे। फलवा फलहरिया लैली अंकुरि अनरसा, जितिया माई हे। हमरे घर पायिह भोजनवा, जितिया माई हे। हमरे घर पायिह भोजनवा, जितिया माई हे। मांग में सिंदुर्वा दिह गोदी में बलकवा, जितिया माई हे। युग युग जिये मोर लालनव, जितिया माई हे। युग युग जिये मोर लालनव, जितिया माई हे। जितिया परविया कईली निर्जल उपसल,मोर मईया हे। आ जइहें हमरो अंगनवा, जितिया माई हे। आ जइहें हमरो अंगनवा, जितिया माई हे। हम करबो तोहरो पूजनवा, जितिया माई हे। हम करबो तोहरो पूजनवा, जितिया माई हे। और अधिक जितिया गीत आव आव ये जितिया माई हमार अंगना तनी निहाय खइया,थमी परविया नौमि न जितिया गीत परविया कईली निर्जल जितिया माई सोने के भोग हम लगाइ ये भी पढ़ सकते है काली काली कोयलिया रे , तोर कितन सुन्दर बोल हरि हरि तुलसी के पतवा, तुलसी - Chhath Puja Ke 1...
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