हसुआ लेली खुरपा लिली धान काटे गेली हो मैया के जाल में | शिव चर्चा गीत 2024 स्पेशल गीत।
magahi shiv charcha geet lyrics
हसुआ लेली खुरपा लेली धान काटे गेलि हो,माया के जाल में
हसुआ लेली खुरपा लेली धान काटे गेलि हो,माया के जाल में।
शिव चर्चो न कईली हो,माया के जाल में।
शिव चर्चो न कईली हो,माया के जाल में।।
धन दौलतिया सब बेटवा के देलियै हो,माया के जाल में।
धन दौलतिया सब बेटवा के देलियै हो,माया के जाल में।।
बेटवा माइयो न कहे हो,माया के जाल में।
बेटवा माइयो न कहे हो,माया के जाल में।
शिव चर्चो न कईली हो,माया के जाल में।
शिव चर्चो न कईली हो,माया के जाल में।।
हसुआ लेली खुरपा लेली धान काटे गेलि हो,माया के जाल में।
शिव चर्चो न कईली हो,माया के जाल में।
तिजोरियां के चभिया हम पूतोहिया के देलियै हो,माया के जाल में।
पूतोहिया पैरवो न लगे हो,माया के जाल में।
पूतोहिया खनवो न देवै हो,माया के जाल में।।
शिव चर्चो न कईली हो,माया के जाल में।
हसुआ लेली खुरपा लेली धान काटे गेलि हो,माया के जाल में।
शिव चर्चो न कईली हो,माया के जाल में।
शिव चर्चो न कईली हो,माया के जाल में।।
सोनवा के सिकरिया हम दमदा के देलियै हो,माया के जाल में।
दमदा बतइयो न करे हो,माया के जाल में
शिव चर्चो न कईली हो,माया के जाल में।
सोना के अंगुठियां हम नातिया के देलियै हो,माया के जाल में।
सोनवा के चैनवा हम बेटिया के देलियै हो,माया के जाल में ।
बेटिया रोवे जर बजर हो,माया के जाल में
बेटिया रोवे जर बजर हो,माया के जाल में।
जौनी मैया जलमिया डेली बतइयो न कईली हो,माया के जाल में।
शिव चर्चो न कईली हो,माया के जाल में।
शिव चर्चो न कईली हो,माया के जाल में।।
हम जैवे शिव लोक हो ,माया के जाल में
ओहे सब गुण पयवे ही,माया के जाल में।।
हसुआ लेली खुरपा लेली धान काटे गेलि हो,माया के जाल में।
शिव चर्चो न कईली हो,माया के जाल में।
शिव चर्चो न कईली हो,माया के जाल में।।
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