अंगना में छोटे मोटे चौंकिया हे
अंगना में छोटे मोटे चौंकिया हे, फूल देल छितराय - मगही शादी विवाह गीत
बिहार की पारंपरिक गीत है, जो शादियों के शुभ अवसर पर गाई जाती है।
अंगना में छोटे मोटे चौकिया हे, फूल देल छितराय।
अंगना में छोटे मोटे चौकिया हे, फूल देल छितराय।
से ही चढ़ी बैठे महादेव हो ,जिया उलसत जाय।
से ही चढ़ी बैठे महादेव हो ,जिया उलसत जाय।।
अंगना में छोटे मोटे चौकिया हे, फूल देल छितराय।
से ही छथि बैठे महादेव हो ,जिया उलसत जाय।
से ही छथि बैठे महादेव हो ,जिया उलसत जाय।।
पानी लावे गेली जमुनवा हेय, सखी पूछेत बात।
पानी लावे गेली जमुनवा हेय, सखी पूछेत बात।।
कातिक अमस्या कातिक छठ हो,अघन कईल ऐतवार।
कातिक अमस्या कातिक छठ हो,अघन कईल ऐतवार।।
ओ ही व्रत हम कईली हो-----------भगवान।
ओ ही व्रत हम कईली हो-----------भगवान।।
कंचन सोना चुरवली हो,कईली भगति के दान।
कंचन सोना चुरवली हो,कईली भगति के दान।।
भगिना से डमरू बजबली हो,तनी मिले हे भगवान।
भगिना से डमरू बजबली हो,तनी मिले हे भगवान।।
भूखल ब्रह्मण जमवली हो,तनी मीले हे भगवान।
भूखल ब्रह्मण जमवली हो,तनी मीले हे भगवान।।
अंगना में छोटे मोटे चौकिया हे, फूल देल छितराय।
से ही चढ़ी बैठी गऊरा हो,जिया उलसत त जाय।
से ही चढ़ी बैठी शिवा हो,जिया उलसत त जाय।।।
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